Thursday, November 9, 2017

अक्स

याद करने के लिये कुछ किया नही जाता
 माजी से रुबरु होना इंसा की फितरत होती है
भुलना भी कभी मुमकींन नह tvी होता
जिंदगी हकीकत बया कर ही देती है
यादे तो उन लहरो जैसी बन ही जायेगी
चांद को छुने की समंदर की ख्वाईश होती है
आईंना और पानी अक्स बता देता है लेकींन
टूटना आईने की किस्मत और बहना पानी की अक्स से कुरबत होती है

कुरबत  vicinity
अक्स reflection

जयदीप भोगले

8 नोव्हेंबर 2017
तळेगाव पुणे highway

आदब अर्ज है😀

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