जिंदा होने कि परवाह नाही होती
जब प्यार हो जाता है तो
नतीजे से जिंदगी बेजार नहीं होती
अगर नाव समुंदर में हो तो
भंवर कभी राह नहीं रोकताअगर समेट भी लिया तो प्यार में तकरार नहीं होती
जब राह ही फूलों की चुनी है
तो काँटों की चुभन से कराह नहीं उठती
अगर चुभ भी गए तो लहूँ से जमीन सफ़ेद नहीं होती
अब नतीजा हां हो या ना हो
प्यार की कोई सीमा नहीं होती
अगर जीए तो प्यार में जीए
मर गए तो प्यार में शहीद हुए
आशिक की कभी हार नहीं होती
जयदीप भोगले
२४ -०६- २००३
No comments:
Post a Comment